Saturday, June 19, 2010

पप्पा -- न संपणारे नाते

ब्लॉगवर प्रथम कविता लिहिते आहे. माझ्या आयुष्यातील स्फूर्ती असलेल्या पप्पावरील कवितांनी ..

द्वितीय स्मृती दिन 17/12/2008
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तुमच्या हातचा तो
एक उबदार स्पर्श
निघून जाती त्या
फुलपाखरां सारखा
हातावरती सप्तरंग ठेवुनी

तृतीय स्मृती दिन 17/12/2009
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या समईतील नंदादीपाप्रमाणे
असे हा स्मृति दिन,
या तुमच्या सुरेल आठवणी
असे आमुचा मांगल्याचा ठेवा |
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